मानवता का सर्वनाश, शहर नष्ट हो गए, लोग जीवित रहने लगेमानवता का सर्वनाश, शहर नष्ट हो गए, लोग जीवित रहने लगे
शहर भ्रामक है । लोग पैदल चल रहे हैं-पैदल चलने वाले, उनका घर दुकान की खिड़कियों और खंभों के बीच हैशहर भ्रामक है । लोग पैदल चल रहे हैं-पैदल चलने वाले, उनका घर दुकान की खिड़कियों और खंभों के बीच है